"श्रीमद्भागवतमहापुराणम्" इत्यस्य संस्करणे भेदः
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(लघु) श्रीमद्भागवत् पुराण इत्येतद् श्रीमद्भागवतपुराणम् इत्येतद् प्रति चालितम् |
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{{ ज्ञानसन्दुक पुस्तकम्
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[[Image:Meister der Bhâgavata-Purâna-Handschrift 001.jpg|thumb|250px| १५०० ईशवीयाब्दे लिखित एक भागवत पुराणे यशोदा कृष्णाय स्नानं कृतवन्ती]]
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भागवत पुराणे महर्षि [[सूत]] गोस्वामी तस्य समक्षे प्रस्तुत साधूभ्यो एक कथां वाचयति। साधवः सुत समक्षे भगवन् विष्णोः विभिन्न अवताराणां विषये जिज्ञासां कुर्वन्ति। सुत गोस्वामी समस्त प्रश्नानां उत्तरं ददाति। अश्मिन् ग्रन्थे द्वादश स्कन्धाः वर्तन्ते। प्रथम स्कन्धे सम्पूर्ण अवताराणां संक्षिप्त रुपेण वर्णितमस्ति।
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