"स्" इत्यस्य संस्करणे भेदः
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पङ्क्तिः ७:
==नानार्थाः==
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▲# सह<br> सबन्धुसैन्यः सविशेषदृश्यां प्रत्याययौ विश्वपतिः पुरीं स्वाम् " याद० २०-९६।
# [[सह]]
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# स्कन्दः▼
# कोपः▼
# प्राकारः▼
# रथमार्गः▼
# ज्ञानम्▼
# ध्यानम्▼
# निवारणा▼
# लक्ष्मी▼
▲# देहकान्तिः<br>सः पुंस्युमासुते वायौ देहकान्तौ तु सा स्त्रियाम् । सं क्लीबे स्यन्दनपथे ध्याने ज्ञाने निवारणे" नानार्थर०
# गौरी<br>सः कोपे वरणे सः स्यात्तथा शूलिनि कीर्तितः । सा च लक्ष्मीर्बुधैः प्रोक्ता गौरी सा च स ईश्वरः " एका०▼
#[[देहकान्तिः]]
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#[[गौरी]]
[[वर्गः:वर्णमाला]]
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