"मुण्डकोपनिषत्" इत्यस्य संस्करणे भेदः

पङ्क्तिः २३:
'''परा''' - श्रेष्ठम्
'''शिक्षा''' - वर्णॊच्चारविद्या
'''कल्पकल्पः''' - यज्ञयागादीनां क्रमः, विधिः
'''निरुक्तनिरुक्तम्''' - शब्दानां व्युत्पत्तिशास्त्रम्
'''अन्नअन्नम्''' - अखिलं जडं विश्वम्
'''अग्रफलअग्रफलम्''' - प्रथमफलम्
'''वैश्वदेववैश्वदेवम्''' - अग्निद्वारा सकलदेवताभ्यः आहुतिप्रदानविधिः
'''सोम्य''' - शिष्यसम्बोधनाय शब्दविशेषः
'''अविद्या''' - कर्मविषयकं ज्ञानम्
'''इष्टापूर्तिइष्टापूर्तिः''' - श्रौतस्मार्तयज्ञानि लौकिकपरोपकाराश्च
'''सूर्यद्वारा''' - देवयानमार्गः (अर्चिरादि) - अनेन गमनेन पुनर्जन्म न विद्यते
'''भाव''' - सृष्टपदार्थः वस्तु वा
'''सोमसोमः''' - देवतानां पेयम्
'''१५ कलाः''' - पञ्चभूतानि, पञ्चेन्द्रियाणि, पञ्चप्राणाश्च
'''गुहाग्रन्थि''' - हृदयस्थाः संशयग्रन्थयः
"https://sa.wikipedia.org/wiki/मुण्डकोपनिषत्" इत्यस्माद् प्रतिप्राप्तम्