No edit summary
No edit summary
पङ्क्तिः २:
 
अखण्डमंडलाकारं, व्याप्तं येन चराचरम्।
 
तत्पदं दर्शितं येन, तस्मै श्री गुरुवे नम:।।
 
 
गजाननं भूतगणादिसेवितं,
 
कपित्थजम्बू फल चारु भक्षणम्।
 
उमासुतं शोक विनाशकारकं,
 
नमामिविघ्नेश्वर पाद पंकजम्।।
 
 
व्यासाय विष्णुरूपाय व्यासरूपाय विष्णवे।
 
नमो वै ब्रह्मविधये वाशिष्ठाय नमों नम:।।
 
 
ब्रजे वसंतं नवनीत चौरं,
 
गोपाङ्गनानां च दुकूल चौरम्।।
 
अनेक जन्मार्जित पाप चौरं,
 
चौराग्रगण्यं शरणं प्रपद्ये।।
 
<table style="float: right; margin-left: 1em; margin-bottom: 0.5em; width: 242px; border: #99B3FF solid 1px">
<tr><td><center>'''लाघवेन'''</center></td></tr>
<tr><td>{{User sa-3}}
<tr><td>{{User hi-3}}
<tr><td>{{User en-3}}
<div style="float:right;border:solid #77E0E8 1px;margin:1px">
</table>
 
'''हार्दं स्वागतम्'''
 
 
{{Babel||sa-3|hi-3|en-3}}
 
नमस्कार:,
Line २७ ⟶ ४६:
== मम कार्यक्षेत्र: ==
क्रीड़ा, धर्म, ग्रंथ, देवीदेवता, पुराण वेद च, पुरातनसभ्यता, इतिहास आदय: विकीपेडियास्वतंत्रविश्वकोशान्तर्गते मम कार्यक्षेत्र: अस्ति।
 
== संपर्कसूत्र: ==
* ईमेल - AbhiMail.Official@Gmail.Com
* [https://www.facebook.com/ABHI.Official.Account चरित्रपुस्तिका:] (फेसबुक)
* [https://www.twitter.com/FriendzAdda ट्विटर]
"https://sa.wikipedia.org/wiki/सदस्यः:AbHiSHARMA143" इत्यस्माद् प्रतिप्राप्तम्