"ईशावास्योपनिषत्" इत्यस्य संस्करणे भेदः

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पङ्क्तिः ५८:
अग्ने नय सुपथा राये अस्मान विश्वानी देव वयुनानि विद्वान्|
युयोध्यस्म ज्जुहुराणमेनो भूयिष्ठां ते नम उक्तिं विधेम||१८||
 
 
ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदम पूर्णात्पूर्णमुदच्यते|
"https://sa.wikipedia.org/wiki/ईशावास्योपनिषत्" इत्यस्माद् प्रतिप्राप्तम्