Mukti
Mukti २६ डिसेम्बर् २०११ से सदस्य हैं
त्वमेव माता, च पिता त्वमेव,
त्वमेव बन्धुश्च, सखा त्वमेव |
त्वमेव विद्या, द्रविणं त्वमेव,
त्वमेव सर्वं, ममः देवदेवा ||
तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो,
तुम्ही हो भाई, (मेरे सभी) साथी तुम्ही हो |
तुम्ही हो विद्या, और धन तुम्ही हो
तुम्ही हो सब कुछ (में), ओ परमात्मा ||
You are my mother, my father you are,
You are my brother, and my (every) friend;
You are knowledge and my wealth you are,
You are (in) everything to me, God of all Gods.